एरीज एवं के एम वी एन के मध्य खगोलीय पर्यटन को लेकर हुआ समझौता
एरीज एवं के एम वी एन के मध्य खगोलीय पर्यटन को लेकर हुआ समझौता
आर्यभट्ट प्रेक्षण विज्ञान शोध संस्थान (एरीज) और कुमाऊं मंडल विकास निगम (केएमवीएन) लिमिटेड, नैनीताल के बीच खगोलीय पर्यटन के अवसरों को बढ़ाने के लिए दिनांक 29-05-2024 को एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए। नैनीताल एक विश्व प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है जहाँ हर दिन हज़ारों पर्यटक आते हैं। उत्तराखंड की प्राचीन हिमालयी चोटियाँ ब्रह्मांडीय पिंडों की पूरी भव्यता दिखाने के लिए एकदम उपयुक्त अंधेरा आकाश प्रदान करती हैं। हालाँकि, इनमें से बहुत कम स्थानों पर अन्य आवश्यक कारक जैसे कि खगोल विज्ञान विशेषज्ञ, दूरबीन, पहुँच में आसानी और अन्य सहायक बुनियादी ढाँचा उपलब्ध हैं। एरीज का नैनीताल शहर के बिलकुल पास स्थित होना इन आवश्यकताओं के लिए उत्तम समाधान प्रदान करता है।
नैनीताल की प्राकृतिक सुंदरता के अलावा, इस समझौते के माध्यम से केएमवीएन के कई अतिथि गृहों के पर्यटकों को अब एरीज विज्ञान केंद्र में दूरबीन से तारों को देखने सहित कई मनोरंजक और ज्ञानवर्धक गतिविधियों माध्यम से ब्रह्मांड के रहस्यों के बारे में अधिक जानने का अवसर मिलेगा। हालांकि एरीज विज्ञान केंद्र लंबे समय से छात्र समूहों और आम जनता के लिए स्वतंत्र रूप से भी खुला है, परंतु अपने आगंतुकों के लिए केंद्रीय बिंदु के रूप में केएमवीएन की भूमिका एरीज की पहुँच को बढ़ाएगी और साथ ही उन आगंतुकों के लिए सुविधाजनक भी होगी। यह समझौता ज्ञापन उत्तराखंड में खगोल-पर्यटन के विकास में एक महत्वपूर्ण कदम है क्योंकि इसका उद्देश्य लोगों में ब्रह्मांड के प्रति रुचि को पोषित करने और उनकी जिज्ञासा को पूरा करने के लिए एक मंच प्रदान करना है। प्रारंभिक चरण में, केएमवीएन अपने आगंतुकों को निर्धारित दिनों में 25 के समूहों में एरीज में लाएगा और एरीज के विशेषज्ञ उनके लिए खगोल विज्ञान से संबंधित गतिविधियों का संचालन करेंगे। इस समझौते के माध्यम से, एरीज देश के विभिन्न हिस्सों से नैनीताल आने वाले पर्यटकों को एरीज में किए गए शोध और इसके महत्व के बारे में भी बता पाएगा।
एरीज की ओर से निदेशक प्रो. दीपांकर बनर्जी और अभियंता मोहित जोशी ने समझौते पर हस्ताक्षर किए। प्रबंध निदेशक डॉ. संदीप तिवारी (आईएएस) ने केएमवीएन की ओर से समझौते पर हस्ताक्षर किए। इस अवसर पर एरीज की जनसंपर्क समिति के सह-अध्यक्ष डॉ. वीरेंद्र यादव ने समझौता ज्ञापन के तहत जल्द ही पर्यटकों को मिलने वाली गतिविधियों के तत्वों को प्रस्तुत किया।