एरीज में विश्व हिंदी दिवस 10 जनवरी
एरीज में विश्व हिंदी दिवस 10 जनवरी
विश्व हिंदी दिवस 10 जनवरी के उपलक्ष्य में एरीज में "भारत का संविधान और हिंदी" विषय पर एक कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में न्यायमूर्ति (अ प्रा) प्रफुल्ल चंद्र पंत जी उपस्थित रहे। श्री पंत उच्चतम न्यायालय से सेवानिवृत हैं तथा उन्होंने उत्तराखंड उच्च न्यायालय में भी न्यायाधीश के रूप में सेवाएं दी है और वह मेघालय के मुख्य न्यायाधीश भी रहे हैं। श्री पंत जी ने भारतीय संविधान में वर्णित राजभाषा के अनुच्छेदों के विषय में विस्तार से चर्चा कीl उन्होंने बताया कि संविधान सभा ने किस प्रकार राजभाषा को संविधान में शामिल किया। उन्होंने संविधान सभा के इतिहास और उनके प्रयासों पर भी विस्तार से बताया। उन्होंने कई अनुभव और उदाहरण भी प्रस्तुत किए जो उन्होंने अपने न्यायाधीश कार्यकाल के दौरान प्राप्त किए थेl श्री पंत जी ने संविधान में उल्लिखित राजभाषा अनुच्छेदों के बारे में भी बताया l उन्होंने आहवान किया कि हम अपने दैनिक कार्यों में हिंदी का प्रचार प्रसार करें और अपनी आने वाली पीढ़ी को भी हिंदी को सीखने के लिए प्रेरित करें।
मुख्य अतिथि का स्वागत करते हुए संस्थान के निदेशक प्रो दीपांकर बनर्जी ने एरीज में हिंदी के कार्यों के बारे में मुख्य अतिथि को अवगत कराया। संस्थान के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ बृजेश कुमार एवं डॉ मनीष नाजा ने संस्थान की वैज्ञानिक गतिविधियों के बारे में श्री पंत जी को बताया। इस कार्यक्रम में नगर राजभाषा कार्यावयन समिति ( नराकास ) ,हल्द्वानी के तत्वाधान में भारत सरकार के 43 कार्यालयों के अधिकारी ऑनलाइन माध्यम से जुड़े। रजिस्ट्रार श्री रजनीश मिश्र ने सभी मेहमानों का कार्यक्रम में जुड़ने के लिए आभार व्यक्त किया l कार्यक्रम का संचालन श्री मोहित जोशी ने किया। हिंदी को व्यापक प्रचार प्रसार देने के प्रण के साथ ही सभा का अंत हुआ।









